दिल्ली बलात्कार कांड विरोधी आंदोलन:
संस्कृतिकर्मियों की भूमिका और उसकी ज़रूरत
दिल्ली बलात्कार कांड के अब एक महीने हो गए। देशव्यापी आंदोलन का भी लगभग एक चरण पूरा हुआ। सरकार द्वारा आंदोलन के दबाव में जो वायदे किए गए, जो कमेटियां और आयोग गठित किए गए, उन पर जन-निगरानी रखना और आंदोलन को विविध रूप में जारी रखना वक्त का तकाजा है। यद्यपि की स्त्रियों पर बलात्कार सहित तमाम तरह की हिंसाएं अभी भी बदस्तूर जारी हैं, लेकिन पिछले दिनों चले आंदोलन ने मीडिया से लेकर आम नागरिकों की जागरूकता और संवेदनशीलता को झकझोरा है। सरकार और सुरक्षातंत्र की असंवेदनशीलता को परत-दर-परत बेनकाब किया है और स्त्रियों के प्रति पितृसत्तात्मक दृष्टिकोण के सभी रूपों पर नए सिरे से बहस शुरू कराई है। संघ प्रमुख भागवत और आसाराम बापू तथा कुछ राजनेताओं के बयानों पर जनाक्रोश इसी जागरूकता का परिणाम और प्रमाण है। सांस्कृतिक संगठन और लेखक बिरादरी ने भी यथासंभव नवयुवतियों और नौजवानों के इस आंदोलन में अपनी आवाज़ मिलाई, सड़कों पर उतरे। ज़रूरत है कि सामाजिक-सांस्कृतिक बदलाव को और नए जागरण को एक सम्पूर्ण कार्यभार की तरह लेने के लिए नए तरह के आंदोलनकारी संस्कृतिकर्म के लिए हम तैयार हों। प्रस्तुत है एक झलक दिल्ली बलात्कार कांड विरोधी आंदोलन में संस्कृतिकर्मियों की शिरकत की।
(जन संस्कृति मंच के बुलेटिन आर्काइव से साभार)
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लखनऊ में जसम का विरोध-प्रदर्शन, फोटो में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कौशल किशोर व ऐपवा नेता ताहिरा हसन |
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बलिया में 'संकल्प' के प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व करते जसम उ.प्र. राज्य कार्यकारिणी सदस्य आशीष त्रिवेदी |
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पटना के डाक बंगला चौराहे पर भाषण देते संतोष झा |
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बलिया में 'संकल्प' के आह्वान पर छात्राओं का विरोध-जुलूस |
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रांची में यू.पी.ए. सरकार का पुतला दहन झारखंड जसम के राज्य सचिव अनिल अंशुमन- फोटो में दाएँ |
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पटना में प्रतिवाद मार्च, जसम राष्ट्रीय पार्षद समता राय- तस्वीर में दाएँ |
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बलिया में जसम से संबद्ध 'संकल्प ' संस्था का विरोध-मार्च |
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इंडिया गेट पर नारा देते कवि विद्रोही |
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दरभंगा में जसम का प्रतिवाद मार्च, नेतृत्व करते बिहार राज्य सचिव सुरेन्द्र सुमन |
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दिल्ली में वसंत विहार थाने पर प्रदर्शन, जसम के राष्ट्रीय पार्षद व कवि विद्रोही |
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गोरखपुर में यौन-हिंसा के खिलाफ गोष्ठी बोलते हुए असीम सत्यदेव, सञ्चालन करते मनोज सिंह |
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दिल्ली में संगोष्ठी- तस्वीर में जसम की दिल्ली सचिव भाषा सिंह,
ऐपवा की राष्ट्रीय सचिव कविता कृष्णन, प्रो. विमल थोरात और कथाकार मैत्रेयी पुष्पा |
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गोरखपुर में प्रतिरोध मार्च, तस्वीर में जसम के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह, राष्ट्रीय पार्षद अशोक चौधरी तथा गोपाल ये व अन्य साथी |
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इलाहाबाद में विरोध मार्च में जसम महासचिव प्रणय कृष्ण तथा उपाध्यक्ष राम जी राय |
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